शनिवार, 11 जून 2011

पहेली - 7

ब्लॉग जगत के सभी मित्रो को आदाब और नमस्कार

नीचे दिये गए चित्र को देख कर बताए की ये कहाँ का चित्र है


जवाब देने का अन्तिम समय सोमवार शाम 07.00 बजे तक होगा।

कृपया पहेली मे पूछे गये चित्र के स्थान का सही सही नाम बतायें कि चित्र मे दिखाई गई जगह का नाम क्या है? उस राज्य का या शहर का नाम को अधूरा जवाब माना जायेगा। अपने जवाब के समर्थन में आप कोई लिंक देना चाहते है तो आप दे सकते है पर उसे आपका जवाब नहीं माना जाएगा । जगह का नाम लिखने को ही जवाब माना जाएगा ।

जरुरी सूचना:-

टिप्पणी मॉडरेशन लागू है इसलिए समय सीमा से पूर्व रोचकता बनाये रखने के लिये ग़लत या सही दोनों ही तरह के जवाब प्रकाशित किए जा सकते हैं अत: आपका जवाब आपको तुरंत यहां नही दिखे तो कृपया परेशान ना हों.

पहेली के लिए नियम इस प्रकार होंगे _

1- यह पहेली केवल मनोरंजन और थोडे बहुत ज्ञानवर्धन के लिये है। पहेली में आपके

सामने एक चित्र होगा जो भारत में कहीं का भी हो सकता है।

2- आपको बताना होगा उस चित्र में दिख रहे स्थान का क्या नाम है और वो कहाँ पर स्तिथ है

अर्थात उस राज्य का क्या नाम है। जरूरत होने पर हिंट भी प्रकाशित किया जाएगा।

3- पहेली का प्रकाशन हर शनिवार प्रातः 10.00 बजे किया जाएगा। जवाब देने का अन्तिम

समय सोमवार शाम 07.00 बजे तक होगा।

4- पहेली के परिणाम की घोषणा मंगलवार शाम 7.00 बजे की जाएगी।

5- समयसीमा के बाद प्राप्त होने वाले जवाबो को प्रकाशित तो किया जाएगा पर परिणामो

मे शामिल नहीं किया जाएगा।

6- आपका जवाब आपको यहां न दिखे तो कृपया परेशान ना हों। है, समयसीमा से पूर्व सही और

गलत दोनों तरह के जवाब प्रकाशित किए जा सकते है

7- टिप्पणी मॉडरेशन लागू है. समय सीमा से पूर्व रोचकता बनाये रखने के लिये ग़लत या

सही दोनों ही तरह के जवाब प्रकाशित किए जा सकते हैं.

8- यदि आप दिखाये गए चित्र के विषय मे कोई जानकारी रखते है तो अन्य पाठको से साझा करे

9- किसी भी तरह की विवादास्पद परिस्थितियों मे आयोजक का फ़ैसला ही अंतिम फ़ैसला होगा

10- यदि आप किसी तरह का कोई सुझाव देना चाहते है तो आपका स्वागत है ।

21 टिप्पणियाँ:

Darshan Lal Baweja ने कहा…

Shri Bhima Kali Ji Temple, Sarahan, Bushahr

गजेन्द्र सिंह ने कहा…

भीम काली मंदिर,

निरंजन मिश्र (अनाम) ने कहा…

भीमकाली मंदिर, सराहन, हिमाचल प्रदेश

निरंजन मिश्र (अनाम) ने कहा…

वैसे इसका जवाब बनती चोर ने अपने ब्लॉग पर सार्वजनिक कर दिया है

बिग बॉस ने कहा…

भीमकाली मंदिर, सराहन, हिमाचल प्रदेश

बिग बॉस ने कहा…

जवाब बंती चोर के यहाँ से देखकर दिया है

बिग बॉस ने कहा…

सच कहे तो हमे नहीं पता था ... बंती के ब्लॉग से देखने के बाद ही पत चला

जवाब के सार्वजनिक हो जाने के बाद पहेली मे मजा नहीं रेहता

बिग बॉस ने कहा…

भीमकाली के दो मंदिर हैं प्राचीन मंदिर किसी कारणवश टेढा हो गया है इसी के साथ नया मंदिर पूरानी मंदिर की शैली पर बनाया गया है

बिग बॉस ने कहा…

यहाँ १९६२ में देवी मूर्ति की स्थापना हुई इस मंदिर परिसर में तीन प्रांगण आरोही क्रम में बने हैं जहाँ देवी शक्ति के अलग अलग रूपों को मूर्ति के रूप में स्थापित किया गया है

बिग बॉस ने कहा…

देवी भीमा की अस्ट्धातु से बनी अस्ट्भुजा वाली मूर्ति सबसे उपर के प्रांगण में है भीमकाली मंदिर हिंदू और बांध शैली में बना है जिसे लकडी और पत्थर की सहायता से तैयार किया गया है

बिग बॉस ने कहा…

पगोडा आकार की छत वाले इस मंदिर में पहाड़ी शिल्पकारों की दक्षता देखने को मिलती है द्वारों पर लकड़ी को सुन्दर छिलाई करके हिंदू देवी देवताओं के कलात्मक चित्र बनाये गए हैं

बिग बॉस ने कहा…

फूल-पत्तियों भी दर्शाये गए हैं मंदिर की ओर जाते हुए जिन बड़े-बड़े दरवाजों से गुज़ारना पड़ता है उन पर चांदी के बने उभरे रूप में कला के सुंदर नमूने देखे जा सकते हैं

बिग बॉस ने कहा…

उम्मीद है जानकारी लोगो के काम आएगी

मुकुल आनंद सिंह ने कहा…

nahi pata chala

मुकुल आनंद सिंह ने कहा…

boddh mandir lagta hai vaise to

विजय कर्ण ने कहा…

भीमकाली मंदिर, सराहन, हिमाचल प्रदेश

विजय कर्ण ने कहा…

नारकंडा, रामपुर, ज्‍योरी और फिर 17 किमी की हाईवे से हटकर चढ़ाई के बाद सरहन। सरहन बुशैर राजवंश की राजधानी रहा है और भीमकाली मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।

विजय कर्ण ने कहा…

सराहन (176 कि.मी.) 1950 मी. : जजियोरी सहारन से (17 कि.मी.) जाने वाले हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग पर श्रीखंड श्रंखला के सुंदर दृश्यों वाले साराहन में एक शानदार भीमकाली मंदिर है। यहां हिमाचल पर्यटन का होटल श्रीखंड है। किन्नौर के लिए सहारन से होकर जाना पड़ता है। यहां शांत ब्रीडिंग सेंटर और स्टेडियम दर्शनीय हैं।

विजय कर्ण ने कहा…

राजाओं का यह निजी मंदिर महल में बनवाया गया था जो अब एक सार्वजनिक स्थल है मंदिर के परिसर में भगवान रघुनाथ, नरसिंह और पाताल भैरव (लाकंडा वीर) के अन्य महत्वपूर्ण मंदिर भी हैं लाकंडा वीर को माँ भगवती का गण मन जाता है यह पवित्र मंदिर लगभग सभी और से सेबों के बागों से घिरा हुआ है और श्री खंड को पृष्टभूमि से इसका सौंदर्य देखते ही बनता है |

विजय कर्ण ने कहा…

टिप्पणी मॉडरेशन लागू है. समय सीमा से पूर्व रोचकता बनाये रखने के लिये ग़लत या

सही दोनों ही तरह के जवाब प्रकाशित किए जा सकते हैं.

विजय कर्ण ने कहा…

क्या आज कोई गलत जवाब नहीं मिला ?

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